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भारत की राजधानी क्या है – Bharat Ki Rajdhani

अगर आपसे कोई भारत की राजधानी क्या है, भारत की राजधानी का नाम, bharat ki rajdhani कहाँ हैं आदि सवाल पूछता है, और आपको इस सवाल का उत्तर नहीं आता तो आज आप भारत की राजधानी क्या है का उत्तर जान जायेंगे, इस आर्टिकल में सबसे पहले मै आपको भारत की राजधानी के बारे में बताने वाला हूँ, बहुत से लोग इस पर गूगल सर्च करते हैं, की मुझे भारत की राजधानी नहीं पता, मुझे भारत की राजधानी पता करनी है, तो दोस्तों आईये जानते हैं की भारत की राजधानी क्या है, मै आपको यहाँ पर कुछ ऑप्शन भी देने वाला हूँ, जिसके बाद आपको भारत की राजधानी Guess करना है, तो आईये शुरू करते हैं

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भारत की राजधानी

What is the capital of india in hindi दोस्तों, भारत की राजधानी नई दिल्ली है। और यह बहुत ही आसान सवाल है, बहुत से लोग भारत की राजधानी दिल्ली बता देते हैं, जबकि यह गलत है, भारत की राजधानी नई दिल्ली है। अब आप ये भी कह सकते हैं की दिल्ली और नई दिल्ली में क्या अंतर है दोनों तो एक ही है। अक्सर बहुत से पढ़े लिखे लोग भी ऐसा ही बोलते हैं, तो आज जब आप इस बेहतरीन आर्टिकल को पढ़ रहे हैं तो मै आपको दिल्ली और नई दिल्ली का भी फर्क बता देता हूँ।

देखिये,नई दिल्ली कुल मिलकर 11 जिले मिलकर एक शहर बनाता है, जिसमे मुखयतः बहुत सी सरकारी कॉलोनी है, और अधिकतर सरकारी निवास स्थान यहीं है, यहीं पर बहुत सी सरकारी बिल्डिंग है। इस पर केंद्र सरकार का ही अधिकार है, और यह पूरी तरीके से स्वंतंत्र इलाका है। यहाँ पर आपको इन चीज़ो के बारे में पता होना चाहिए, क्युकी अब लोग इनसब चीज़ो को एक ही समझ लेते हैं। इसका सबसे बड़ा कारन जानकारी का अभाव है।

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बहुत से लोग सोचते हैं कि नई दिल्ली और दिल्ली एक ही है लेकिन ऐसा बिलकुल नहीं है, बल्कि इसमें अंतर है। नई दिल्ली, जो भारत की राजधानी है, दिल्ली में एक क्षेत्र है। आप नई दिल्ली को भारत सरकार की एक सीट भी बोल सकते हैं, क्युकी इसपर भारत सरकार का अधिकार है। 20 वीं शताब्दी की शुरुआत में नई दिल्ली शहर को डिजाइन किया गया था। इसे कलकत्ता से दिल्ली तक ब्रिटिश साम्राज्य की राजधानी के स्थानांतरण के रूप में डिजाइन किया गया था। सर एडविन लुटियन और सर हर्बर्ट बेकर को इस शहर के डिज़ाइन का श्रेय दिया जाता है।

दिल्ली और नई दिल्ली में अंतर

दिल्ली और नई दिल्ली दोनों यमुना नदी के तट पर स्थित हैं। ऐसा माना जाता है कि महाभारत महाकाव्य में पांडवों की राजधानी इंद्रप्रस्थ दिल्ली थी। भारत सरकार और दिल्ली सरकार संयुक्त रूप से नई दिल्ली का प्रशासन करती हैं।

दिल्ली और नई दिल्ली के बीच एक सीमा खींचना बहुत कठिन है। लेकिन एक वास्तुकला को देखते हुए अंतर कर सकते हैं। नई दिल्ली में, राष्ट्रपति भवन, सचिवालय भवन, संसद, कनॉट प्लेस, लोधी गार्डन, जंतर मंतर और इंडिया गेट है। बाहरी देशो के दूतावास नई दिल्ली के दक्षिण की ओर स्थित हैं। नई दिल्ली की सड़कें और गलियाँ दिल्ली की तुलना में सुंदर और सुव्यवस्थित हैं। जब आप दिल्ली के दुसरो हिस्से से घूम कर नई दिल्ली में जायेंगे तो आप साफ़ साफ़ इन दोनों जगहों के अंतर को पहचान पाएंगे।

Credit- Wkipedia

तो दोस्तों अब आप समझ गए होंगे की भारत की राजधानी नई दिल्ली है, अब सवाल उठता है की आखिर भारत की राजधानी नई दिल्ली ही क्यों है, या फिर इसके पीछे भी कोई इतिहास है, तो आईये इस प्रश्न का भी उत्तर जान लेते हैं, क्युकी जानकारी हमेश पूरी रखनी चाहिए, क्या पता कब आपको कोण से प्रश्न मिल जाएँ, अगर आप एक विद्यार्थी है, तो आपको इस पार्ट को भी पढ़ना चाहिए, तो आईये जानते हैं की आखिर नयी दिल्ली ही भारत की राजधानी क्यों है, जबकि हमारे देश में तो बहुत से शहर और राजधानियां है।

नई दिल्ली ही भारत की राजधानी क्यों है?

इसके लिए हमे थोड़ा पीछे चलना होगा, जब देश आज़ाद भी नहीं हुआ था, यानी उस समय अंग्रेज ही शाशन कर रहे थे। साल था वर्ष 1911, जब नई दिल्ली ने कोलकाता को भारत की राजधानी के रूप में अपने आप को बदला, इससे पहले भारत की राजधानी कोलकाता हुई करती थी। उस समय नई दिल्ली को भारत की राजधानी बनाने का निर्णय करा गया, इसका कारन यह था की नई दिल्ली एक तो बहुत धनवान और खूबसूरत शहर था, दुसरा अंग्रेजो का मानना था, की यहाँ से हम पुरे देश में नज़र रख सकते हैं। अंग्रेज ये भी मानते थे की, क्युकी यह शहर काफी राजाओ का निवास स्थान रह चुका है, इसीलिए इसको राजधानी बनाना सबसे उचित होगा। और फिर वर्ष 1931 में, 13 फरवरी को, नई दिल्ली का उद्घाटन लॉर्ड इरविन द्वारा राजधानी के रूप में किया गया था, जब शहर का निर्माण पूरा हुआ। यह शहर भारत देश की राजधानी के लिए नहीं बनाया गया था, इसको ब्रिटिश इंडिया की राजधानी के लिए बनाया गया था।

नई दिल्ली में घूमने की जगह

मैंने आपको ऊपर में ही बता दिये की नई दिल्ली में कौन कौन से जगह है, एक बार फिर से आपको नई दिल्ली में घूमने के कुछ जगह बता देता हूँ, अगर आप नई दिल्ली के आसा पास रहते हैं या फिर दिल्ली में रहते हैं तो आपको एक बार नई दिल्ली जरूर जाना चाहिए, हालांकि ये एरिया काफी ज्यादा सुरक्षित है, और यहाँ पर सिक्योरिटी भी काफी कड़क है, इसीलिए आपको घूमने के लिए अपने पास एक गवर्नमटें आईडी जरूर रखनी चाहिए। तो चलिए अब कुछ जगह के बारे में जानते हैं जहाँ आप जा सकते हैं, इससे आपको ये भी पता चलेगा की दिल्ली में घूमने के लिए कौन कौन सी जगह है, ध्यान रहे मै यहाँ पर केवल नई दिल्ली के अंदर आने वाले जगहों के बारे में ही बताऊंगा, ना की पुरे दिल्ली की।

आप नई दिल्ली में राष्ट्पति भवन, इंडिया गेट, राजपथ, राजघाट, जंतर मंतर, कनाट पैलेस आदि जगहों को देख सकते हैं। अगर आप म्यूज़ियम देखना चाहते हैं तो आप नई दिल्ली में इंदिरा गांधी मेमोरियल म्यूजियम, नेशनल गैलरी ऑफ़ मॉडर्न आर्ट, नैशनल म्यूज़ियम ऑफ़ नेचुरल हिस्ट्री, नेशनल रेल म्यूज़ियम, नेशनल हैंडीक्राफ्ट्स एंड हैंडलूम म्यूज़ियम, नेशनल फ़िलाटेलिक म्यूज़ियम, नेहरू तारामंडल, शंकर इंटरनेशनल डॉल म्यूज़ियम और सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया म्यूजियम देख सकते हैं।

तो दोस्तों अब आप समझ गए होंगे की आखिर भारत की राजधानी नई दिल्ली क्यों है, और नई दिल्ली को ही भारत की राजधानी क्यों चुना गया, आपको इस आर्टिकल के माध्यम से ये भी समझ में आ गया होगा की नई दिल्ली और दिल्ली में थोड़ा फर्क है, इसीलिए अगर कोई आपके भारत की राजधानी पूछे तो आपको उत्तर में, नई दिल्ली बोलना है। इससे आपका उत्तर और अच्छा या सटीक लगेगा।

अंत में – दोस्तों यह आर्टिकल हमने जीके सीरीज के अंदर पहला आर्टिकल लिखा है, अगर आप इस तरीके के और भी रोमांचक और ज्ञानपुरक पोस्ट चाहते हैं, तो मुझको कमेंट बॉक्स में जरूर बताईयेगा, अगर आपका साथ मिला तो मै इस जीके सीरीज को आगे तक लिखते रहूँगा, जिससे आपको ऐसे ही रोमांचक जानकारी मिलते रहे। अगर आप सरकारी नौकरी की तैयारी करना चाहते हैं तो हमारे द्वारा लिखे गए इन आर्टिकल को भी जरूर पढ़िए।

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