नमस्कार,
अगर आप यह आर्टिकल पढ़ रहे हैं,तो शायद आप भी एक ब्लॉगर हो। पिछले कुछ सालो में ब्लोग्गेर्स की मानो बाढ़ आ गयी है, शायद इसका सबसे बड़ा कारण घर बेठे कमाने का वो जोश है,जो अब तक नही था। मैंने कई वेबसाइट पर ब्लॉग बनाने के फायदे देखें है,यहाँ तक की मैंने भी अपने ब्लॉग पर एक आर्टिकल लिखा है,जहाँ मैंने बताया है की आपके पास क्यू एक ब्लॉग होना चाहिए। लेकिन कुछ लोग तो केवल फायदे की तरफ ही ध्यान देते है, और नुकसान को नज़रअंदाज़ कर देते हैं, मेरा व्यक्तिगत रूप से मानना है की सभी चीज़ों के अपने कुछ फायदे है,कुछ नुक्सान भी है। लेकिन केवल एक पक्ष की जानकारी होना शायद अधूरा है, इसलिए हमें दोनों पक्षों की जानकारी होनी चाहिए। इस कड़ी को आगे बढ़ाते हुए में आपको ब्लॉग्गिंग के कुछ नुकसान के बारे में बताऊंगा, उम्मीद है आप इससे कुछ जरूर सीखेगें।
Content
ब्लॉग्गिंग से होने वाले कुछ नुकसान
1) आलसपन (laziness) एक बीमारी
अगर में अभी आपसे ब्लॉग्गिंग के कुछ फायदे पूछूँ, तो कुछ जबाब कॉमन है, जैसे घर बेठे पैसे कमाने, अपने खुद का बॉस होना, खुद की मर्ज़ी से काम करना, किसी प्रोफेशनल ड्रेस की जरुरत नही, आदि आदि। लेकिन क्या आपको पता है की इन फायदों के अंदर छुपा है आलसपन। ब्लॉगर पर एक सर्वे के मुताबिक लगभग 70 % ब्लोग्गेर्स आलसी है, यानि वो 2 दिनों में एक आर्टिकल लिखते हैं, और घंटो चैटिंग, कमेंट करने में बिताते है। दोस्तों सभी चीज़े जरुरी है, लेकिन सबका एक समय है, में आपको सलाह दूंगा की अपना एक फिक्स Time Table बनाये। जिससे आपको रोज़ाना पता चले, की आज आपको क्या करना है, कौन सा आर्टिकल लिखना है।
2) Social Life
जब आप एक ब्लॉगर हो जाते हो, तो आपकी नज़र अपने ब्लॉग के कॉमेंट्स, फेसबुक मेसेज, व्हाट्सएप्प मेसेज, दूसरे ब्लॉग की नयी अपडेट्स में ज्यादा होती है। मतलब असल दुनिया से आप एक अलग दुनिया में चले जाते है। यानि आपका दिन वहीँ से शुरू होता है, और रातें वही बीत जाती है। साहब कभी दुनिया में देखिये क्या हो रहा है, मोदी जी ने आज क्या किया, आपकी राज्य सरकार क्या कर रही है, दुनिया में कहाँ आतंकवाद बढ़ रहा है, (माफ़ी चाहूँगा अगर ये आपको पसंद ना आया) । आपके दोस्त क्या कर रहे है, कभी अपने Family को भी समय दें, जानता हु आपके पास समय कम है, लेकिन सोशल लाइफ से कुछ समय के ही लेकिन बाहर आएं।
3) कमज़ोर दिमाग (Weak Memory)
एक ब्लॉगर होने के कारण हमे इंटरनेट से हमेशा अपडेट होना पड़ता है, कल आपके पसंदीदा ब्लॉग पर क्या आर्टिकल था, आज क्या नया आने वाला है, दिन भर अलग अलग विचार, हमारे दिमाग की सोचने की पॉवर को कम करते है। अगर एक Students Blogger से पूछा जाये की कल सलमान खान ने क्या ट्वीट किया, तो शायद वो तुरंत बता दे, लेकिन अगर उससे पूछा जाये की कल Professor ने किस चीज़ पर कक्षा में बात की थी, तो शायद वो भूल जाये। इसलिए जरूरी है की ब्लॉगर्स को ब्लॉग्गिंग के बाहर क्या हो रहा है, पता हो।
4) ब्लॉग्गिंग में सफलता की गारंटी
Friends, वैसे इस दुनिया में किसी भी चीज़ की गारंटी नही है, लेकिन जब भी आप किस काम को शुरू करे, तो अंजाम की जानकारी ले लें। कई लोग ब्लॉग्गिंग करके केवल अपने समय की बर्बादी करते है। एसे ब्लोग्गेर्स तीन – चार दिनों में एक आर्टिकल लिखते है, दिन के 3 -4 घंटे सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर बिताते है। और दूसरे ब्लॉग पर केवल कमेंट्स करके समय बर्बाद करते है। मित्रो समय का प्रत्येक मिनट कीमती है, आपको ज्यादा से ज्यादा ध्यान High Quality Article लिखने में लगाना चाहिए। मुझे लगता है ब्लॉगिंग में सफलता की गारंटी बिलकुल कम है, इसका मतलब ये नही की आपको कोशिश नही करनी चाहिए, कोशिश करिये, लेकिन एक पूरी रणनीति बनाकर। अगर आपने एक ब्लॉग बनाया है और 6 महीने में आपकी Alexa Rank अगर 3 लाख से कम ना हो तो आप असफल है, आपको अभी और मेहनत करनी होगी। इसलिए ऐसा मत सोचिये की कुछ असंभव है, सब कुछ संभव है, Stay Positive.
#5. शरीरिक समस्याएं Health Problems
क्योंकि एक ब्लॉगर को अपने समय की ज्यादातर समय कंप्यूटर स्क्रीन, पर बिताना होता है, इससे आँखों में प्रॉब्लम आने की ज्यादा सम्भावना होती है। इसलिए बीच बीच में आराम लेना यानि कुछ समय के लिए कंप्यूटर से बाहर रहना जरुरी है। जब भारत के सबसे प्रसिद्ध ब्लॉगर अमित अग्रवाल से पूछा गया की अबतक आपने सबसे अच्छी सलाह क्या पायी है,तो उनका जबाब था की, मेरे पर्सनल डॉक्टर में एक बार मुझे एक फार्मूला बताया, जो था
तो दोस्तों कैसा लगा आपको मेरा यह आर्टिकल। उम्मीद है पसंद आया होगा, अगर अच्छा लगा तो कृपया इसे अपने मित्रो से साझा करके मुझे Thanks कहे।
Note – आर्टिकल में की गयी बाते, मेरे खुद के विचार है
Leave a Reply